उधर संजीव मिश्रा ने एस पी को बताया ऑपरेटर के पिता को उठा ले गए ,इधर मोनू ने बयान दिया उसके साथ नही घटी घटना------
सिवनी में इन दिनों राजनीति चरम पर है। 19 जनवरी के बाद सिवनी में रेत और विधायक दिनेश राय मुनमुन को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। 19 जनवरी को सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन बरघाट विधानसभा के खैर घाट रेत खदान पहुंचे थे । रेत खदान में सांसद प्रतिनिधि संजू मिश्रा की पोकलेन मशीन चल रही थी तब विधायक ने एक वीडियो बनाकर वायरल किया था। वीडियो वायरल के बाद संजू मिश्रा के ऑपरेटर मोनू इनवाती के नाम से एस पी से शिकायत करते हुए बताया गया था कि दिनेश राय मुनमुन और अजय बाबा पांडे खदान पहुंचे थे और ऑपरेटर के साथ गाली गलौज कर मारपीट की गई थी जिसे दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस में प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। गुरुवार की दोपहर संजू मिश्रा ने एस पी को पुनः आवेदन दिया और एक वीडियो जारी कर बताया की उसके ऑपरेटर मोनू इनवाती के ऊपर दिनेश राय मुनमुन दबाव बना रहे हैं ।उसके घर अनिल राय अपने एक साथी के साथ पहुंचे और उसके पिता को अपने साथ ले जा लिए ।संजू मिश्रा ने वीडियो जारी कर यह भी कहा था कि उसके पास खदान से ऑपरेटर का फोन आया था जिसने उसे बताया कि ग्राम पंचायत सिहोरा के सरपंच रामकुमार यादव कुछ साथियों के साथ घाट पहुंचे और उसे ले जाने का प्रयास कर रहे है। संजू मिश्रा के द्वारा एस पी को आवेदन देने के चंद घंटे के बाद ऑपरेटर मोनू इनवाती अपने परिजनों और रामकुमार यादव जिसका जिक्र संजू मिश्रा ने किया था वह एस पी के पास पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराया। बाद में मोनू इनवाती का वीडियो भी वायरल किया गया । मोनू इनवाती ने विधायक दिनेश राय मुनमुन और अजय बाबा पांडे के बारे में कहा की उसके साथ किसी तरह की गाली गलौच और मारपीट नही की गई। मोनू इनवाती ने अपने बयान में कहा कि सांसद प्रतिनिधि संजू मिश्रा ने टाईप किये गये कागज पर मुझ से हस्ताक्षर कराए थे। मोनू इनवाती ने अपने बयान मे बताया कि दूसरे दिन पेपर मे छपने के बाद घर वालों ने मुझसे पूछा कि तेरे साथ मारपीट की घटना हुई है क्या? मैने कहा नही ऐसा कुछ नही हुआ। परिवार वालों ने कहा कि तेरे बारे मारपीट की खबर छपी है और तूने पुलिस मे शिकायत किया है। तो फिर परिवार वाले मुझसे मिलने आए। और मुझे लेकर एसपी साहब के पास ले गए। फिर मैंने एसपी साहब को बताया कि मेरे साथ किसी भी प्रकार की मारपीट या गाली-गलौज की कोई घटना नही हुई। तों एसपी साहब ने कहा कि तुमने शिकायत क्यों किया। तो मैन कहा कि संजू भैया ने मुझसे लिखे कागज पर साईन कराए थे मुझे नही पता था कि उसमें किसी की शिकायत है। इस पूरे मामले में सही कौन है और गलत कौन है इसकी जांच नहीं हो पाई लेकिन प्रश्न यह उठता है कि यदि मोनू इनवाती सही बोल रहा है तो फिर उसने दोपहर के समय संजू मिश्रा को फोन लगाकर यह क्यों बताया की ग्राम पंचायत सिहोरा के सरपंच रामकुमार यादव कुछ लोगो के साथ खैर घाट उसे लेने आए है। चूंकि मोनू इनवाती का जो वीडियो वायरल हुआ उसमे भी रामकुमार यादव नजर आ रहा है।प्रश्न यह उठ रहा है की मशीन ऑपरेटर के ऊपर विधायक दिनेश राय मुनमुन का दबाव है या संजू मिश्रा का दबाव था? इस मामले में रामकुमार यादव की भूमिका की भी जांच होना चाहिए जिसका जिक्र संजू मिश्रा की शिकायत में भी है।